मेरा दिल जलता हुआ सूरज है। बदन के समंदर में बुझता हुआ।
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बदन में पिघले हुए शब्द बहते रहते हैं। धीपते रहते हैं उँगलियों के पोर। सिगरेट
हाथ में लेती हूँ तो लाइटर की ज़रूरत नहीं होती। दिल कमबख़्त, सोया हुआ
ज्वाला...
1 week ago
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