तुम्हें पता है, There is only one absolute unit of longing, loneliness and
love. ‘बस यूँ ही, तुम्हारी आवाज़ सुनने का मन कर रहा था।'
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निष्कवच
कर्ण ने बदन से छील कर उतारा था कवच...दान में देने के लिए। कैसे देवता थे वे,
जिन्होंने कवच दान में माँग लिया! मैं दिल का कवच ऐसे ही उतार दूँ छील के?...
2 days ago





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